पूज्य बापूजी अपने सत्संग में बताते है : “आप अपने घरों में देशी गाय के गोबर के कंडे पर अगर एक चमच्च मतलब ८ – १० मि. ली. घी की बुँदे डालकर धूप करते हैं तो एक टन शक्तिशाली वायु बनती है | इससे मनुष्य तो क्या, कीट – पतंग और पशु- पक्षियों को भी फायदा होता है | ऐसा शक्तिशाली भोजन दुनिया की किसी चीज से नहीं बनता | वायु जितनी बलवान होगी, उतना बुद्धि, मन, स्वास्थ्य बलवान होंगे |”
( गौ-गोबर व विभिन्न
जड़ी-बूटियों से बनी ‘गौ-चंदन’ धूपबत्ती आश्रमों में व समितियों के सेवाकेन्द्रों
पर उपलब्ध है | उसे जलाकर उस पर देशी गाय के घी अथवा घानीवाले खाद्य तेल या नारियल
तेल की बुँदे डाल के भी उर्जावन प्राणवायु बनायी जा सकती है |)
ऋषिप्रसाद – जून २०२१ से
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