५ जुलाई : योगिनी एकादशी ( महापापों को शांत कर महान पुण्यदायी तथा ८८००० ब्राह्मणों
को भोजन कराने का फल प्रदान करनेवाला व्रत )
८ जुलाई : चतुर्दशी-आर्द्रा नक्षत्र योग (रात्रि ८:५९ से ९ जुलाई प्रात: ५:१७
तक ) (ॐकार का जप अक्षय फलदायी )
११ जुलाई : रविपुष्यामृत योग ( सूर्योदय से रात्रि २:२२ तक)
१३ जुलाई : मंगलवारी चतुर्थी (सुबह ८:२५ से १४ जुलाई सूर्योदय तक )
ऋषिप्रसाद – जून २०२१ से
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