जो भी लोग सत्संग ध्यान से सुनते हैं वो बुद्धिमान बनते हैं बड़ी-बड़ी तपस्या से भी अदमी इतना बुद्धिमान नहीं होता जितना सत्संग से हो जाता है सत्संग से जो भी बुद्धि का विकास होता है, भाग्य का उदय होता है, वह राज्य सत्ता मिलने से भी नहीं होता
-23rd September 07 , Baundsi
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