१] पेशाब व हाथ-पैरों की
जलन :
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१-१
चम्मच गुलकंद का दिन में २ बार सेवन करें एवं पलाश शरबत पियें |
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१-१
चम्मच शतावरी चूर्ण सुबह-शाम दूध के साथ लें |
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आधा कप
पानी में २ से ३ चम्मच आँवला रस व १ चम्मच मिश्री मिला के दिन में २ बार पियें |
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रोज
सुबह उबाल के ठंडा किये हुए आधा गिलास दूध में थोड़ी मिश्री मिला के उसे अच्छी तरह
फेंटकर पीने से पेशाब की जलन में लाभ होता है |
२] आँखों की सुरक्षा
हेतु : रात्रि को संतकृपा
सुरमा आँखों में लगाने से नेत्रज्योति बढ़ती है, आँखों की जलन कम होती है तथा विविध
नेत्र्रोगों में लाभ होता है |
नेत्र-सुरक्षा हेतु अन्य
सहयोगी उपाय :
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गुलाबजल
में रुई का फाहा भिगोकर ५-१० मिनट आँखों पर रखने से आँखों की जलन में लाभ होता है
|
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सिर पर
आँवला भृंगराज केश तेल लगाने से आँखों तथा मस्तिष्क की गर्मी दूर होती है |
(गुलकंद, पलाश शरबत,
शतावरी चूर्ण, आँवला रस, गुलाबजल तथा आँवला भृंगराज केश तेल आदि संत श्री आशारामजी
आश्रम व समिति के सेवाकेन्द्रों पर उपलब्ध हैं |)
ऋषिप्रसाद – मई २०१८ से
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