कई लोग गेहूँ के आटे को छानकर उसके चोकर (भूसी) को व्यर्थ समझ के फेंक देते है पर वह चोकर हमारे लिए बहुत ही लाभकारी है | गेहूँ के चोकर में निहित पोषक तत्त्वों व रेशों के कारण यह स्वास्थ्य-प्रदायक व रोग-निवारक है | यह पाचन-संस्थान को मजबूती देता है | आँतों एवं रक्त कि शुद्धि कर बल, स्फूर्ति व वीर्य कि वृद्धि करता है | कफ व मल को निष्कासित करता है | इस कारण यह शारीरिक दुर्बलता, खाँसी, दमा, कब्ज, मधुमेह, ह्रदयरोग, मोटापा आदि में लाभदायक है | चोकर प्रोटीन का उत्तम स्त्रोत है | इसमें भरपूर मात्रा में रेशे पाये जाते हैं | सामान्यत: दैनिक २५-३० ग्राम रेशों की आवश्यकता पूरी हो जाती है जो कि ६०-७० ग्राम चोकर से पूरी हो जाती है |
चोकर में जिंक, मैग्नेशियम, ताँबा, मैगनीज, फॉस्फोरस एवं विटामिन बी -१, बी-२, बी-३, बी-५ तथा विटामिन ई आदि पोषक तत्त्व पाये जाते हैं | वैज्ञानिक अनुसंधानो के अनुसार चोकर रक्त में इम्यूनो-ग्लोब्युलिंस की मात्रा बढाता है, जिससे शरीर की रोगप्रतिकारक क्षमता बढती है |
चोकर प्री-बायोटिक्स का उत्तम स्त्रोत है, जो हमारी आँतों में रहनेवाले हितकारी जीवाणुओं का आहार है | इससे उन जीवाणुओ की वृद्धि होकर आँते स्वस्थ होती है | यह मल की मात्रा व आँतों की क्रियाशीलता व मजबूती को बढाकर आँतों में चिपके हुए मल को साफ़ करता है |
चोकर के प्रयोग से बड़ी आँत एवं मलाशय के कैंसर से रक्षा होती है | यह उच्च रक्तचाप, बवासीर तथा भंगदर से रक्षा करता है | आमाशय के घावों को ठीक करता है तथा कोलेस्ट्रॉल को संतुलित करके मोटापा एवं ह्रदयरोग से भी रक्षा करता है | अत: अति लाभकारी चोकर को फेंकें नहीं, चोकरयुक्त ताजे आटे का ही प्रयोग करें | भूलकर भी बाजार में उपलब्ध चोकरसहित महीन आटे का उपयोग न करें, यह अनेक स्वास्थ्य-समस्याओं को उत्पन्न करता है |
चोकर के कुछ पुष्टिकर प्रयोग
चोकर के लड्डू : ५०० ग्राम चोकर
के कड़ाही में ३-४ चम्मच देशी घी में सेंक लें | इसमें २५० ग्राम गुड़, १०० ग्राम
खजूर, ५० ग्राम किशमिश या मनुक्का व थोड़ी इलायची मिलाकर खरल में कूट के इसके लड्डू
बना लें | ये लड्डू पुष्टिकारक तथा रक्त व वल-वीर्य वर्धक है |
चोकर का हलवा : ५० ग्राम चोकर को
सेंक लें | एक गिलास खौलाते हुए पानी में ५० ग्राम गुड़ घोल दें | इसमें सेंका हुआ
चोकर डालकर धीमी आँच पर अच्छे- से पकायें | फिर २ चम्मच घी डाल के नीचे उतार लें |
चाहें तो इलायची, काजू, बादाम अथवा किशमिश आदि भी डाल सकते हैं | यह हलवा
स्वादिष्ट, सुपाच्य तथा कब्ज में लाभदायी है |
पौष्टिकता से भरपूर चोकर की खीर :चोकर थोड़ी देर भिगोकर रखें | इसे कम पानी में धीमी आँच पर उबालें | पकने पर इसमें दूध और स्वादानुसार मिश्री व खजूर डाल के थोड़ी देर उबालें | यह पौष्टिक खीर ऊर्जा देनेवाली, रक्त बढानेवाली व कब्ज निवारक है |
ऋषिप्रसाद – जनवरी
२०२२ से
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