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Friday, January 7, 2022

मखाने (कमल बीज) की बल, वीर्य व शक्ति वर्धक पौष्टिक खीर

 


लाभ : यह खीर रक्त, बल-वीर्य वर्धक व उत्तम पित्तशामक है | अनिद्रा, कमजोरी, धातु कि दुर्बलता, सगर्भावस्था, प्रदररोग, प्रसब के बाद की दुर्बलता और पित्त-प्रकोप से उत्पन्न जलन आदि में लाभदायी है |

मखाना (कमल बीज) हड्डियों को मजबूत करता है एवं कब्ज में फायदेमंद है | इसमें विटामिन बी-१ पाया जाता है, जो मस्तिष्क की कोशिकाओं के कार्यों में मदद करता है | आँखों की कमजोरी, जोड़ों के दर्द, उच्च रक्तचाप व ह्रदयरोगों में यह हितकर हैं | बुढापे में भी यह लाभदायी है, त्वचा में झुर्रियाँ नहीं पड़ने देता |

 

विधि : एक बर्तन में १ छोटा चम्मच देशी घी हलका-सा गरम करके उसमें थोड़ी-सी खसखस डालकर उसका कच्चापन दूर होने तक थोड़ी देर सेंक लें | इसमें १ गिलास दूध, थोडा-सा पानी, ५-१० ग्राम मखाना (कमल बीज)  और स्वादानुसार मिश्री डालकर धीमी आँच पर ५ मिनट उबालें | खीर तैयार है |

सुबह गुनगुनी  खीर का सेवन करें | खीर खाने के कम-से-कम २ घंटे तक कुछ भी न खायें | इसे बिना मिश्री के मधुमेह में भी ले सकते हैं |

ऋषिप्रसाद – जनवरी २०२२ से

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