Tips for an all round Success in Life from His Holiness Saint Shri Asharamji Bapu.
(भीमाष्टमी : ८ फरवरी)
वसूनामवताराय शन्तनोरात्मजाय च |
अर्घ्य ददामि भीष्माय आबालब्रह्मचारिणे ||
इस मन्त्र से भीष्माष्टमी के दिन भीष्मजी को तिल, गंध, पुष्प, गंगाजल व कुश मिश्रित अर्घ्य देने से अभीष्ट सिद्ध होता है |
ऋषिप्रसाद – जनवरी २०२२ से
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