जो लोग पितृ दोष से पीड़ित हैं उनके लिए लिंग पुराण में बताया कि माघशीर्ष मास शुक्ल द्वितीया ( जो इस साल २६/११/२०११ को सुबह ८:३० के बाद है ) पितृ पूजन का विधान है .... पितृ के लिए गीता का ७ वां अध्याय पढ़ें ...लोटा जल भर के रखें .... पाठ हो जाए तो सूर्य नारायण को वो जल चढा दें और बोलें -- हमारे घर में जो कोई पहले गुजर गए हैं उनके लिए हम आज का गीता पाठ का पुण्य अर्पण करते हैं .... उनकी सदगति हो ....दिव्य गति हो ....और हमारे घर में सुख शांति बढ़े ।
- श्री सुरेशानंदजी Kapurthala 20th Nov, 2011
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