सुहागन देवियाँ को अगर ससुराल में बहुत कष्ट है .... अपनी शुभ मनोकामनाएं पूरी न होने की पीड़ा है उनके लिए महर्षि अंगीरा के बताये अनुसार मार्गशीर्ष कृष्ण अमावस्या ( इस साल २५/११/२०११ को ) माँ पार्वती का स्मरण करते हुए उनको मन ही मन प्रणाम करें .... " हे माँ मैं अपने घर में सुख ... शांति ... और समृद्धि की वृद्धि हेतु ये व्रत कर रही हूँ "... सुबह ये संकल्प करें और ११ मंत्र से माँ पार्वती को प्रणाम करें ....
ॐ पार्वतये नमः
ॐ हेमवत्ये नमः
ॐ अम्बिकाय नमः
ॐ गिरीश वल्लभाय नमः
ॐ गंभीर नाभ्ये नमः
ॐ अपर्नाये नमः
ॐ महादेव्यै नमः
ॐ कंठ गामिन्ये नमः
ॐ क्षण मुखाये नमः
ॐ लोक मोहिन्ये नमः
ॐ मेनका कुक्षी रत्नाये नमः
फिर भगवान गणपतिजी और कार्तिक स्वामी को मन ही मन प्रणाम कर दें ... हो सके तो ८ बत्ती वाला दीपक जलाएं .... और रात भर वो दीपक जलता रहे सुबहे भले विसर्जन हो जाए ।
- श्री सुरेशानंदजी Ludhiana 24/11/2011
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