Search This Blog

Sunday, September 25, 2016

इन तिथियों का लाभ लेना न भूलें

१५ अक्टूबर :  शरद पूर्णिमा (रात्रि में चन्द्रमा की किरणों में रखी हुई दूध – चावल की खीर का सेवन पित्तशामक व स्वास्थ्यवर्धक है | इस रात को सूई में धागा पिरोने से नेत्रज्योति बढ़ती है | )

२३ अक्टूबर : रविपुष्यामृत योग ( सूर्योदय से रात्रि ८-४० तक )

२६ अक्टूबर : रमा एकादशी ( यह व्रत बड़े – बड़े पापों को हरनेवाला, चिन्तामणि तथा कामधेनु के समान सब मनोरथों को पूर्ण करनेवाला है | ), ब्रह्मलीन श्री माँ महँगीबाजी का महानिर्वाण दिवस

२८ अक्टूबर : धनतेरस (इस दिन घर के द्वार पर दीपदान करने से अपमृत्यु का भी नहीं होता |)

२९ अक्टूबर : नरक चतुर्दशी (इस दिन शाम की संध्या एवं रात्रि में मंत्रजप करने से मंत्र सिद्ध होता है |)

३० अक्टूबर : दीपावली ( रात्रि में किया गया जप – तप, ध्यान – भजन अनंत गुना फल देता है | )

३१ अक्टूबर : नूतन वर्षारम्भ ( गुजरात ), बलि प्रतिपदा ( पूरा दिन शुभ मुहूर्त, सर्व कार्य सिद्ध करनेवाली तिथि )

       

स्त्रोत – लोककल्याण सेतु – सितम्बर – २०१६ से   

No comments: