यह बल, वीर्य व बुद्धि वर्धक, चिरयौवन व दीर्घायुष्य देनेवाली, वजन बढाने में
मददरूप, नेत्र एवं ह्रदय के लिए हितकर तथा रोगप्रतिकारक शक्ति बढ़ानेवाली श्रेष्ठ
औषधि है | इसका नियमित सेवन सामान्य कमजोरी, दुर्बलता, वीर्यसंबंधी बीमारियों,
अत्यधिक मासिक स्त्राव, वंध्यत्व आदि रोगों में लाभदायी है | इसके सेवन से प्रसूति
के बाद दूध खुलकर आता है |
ये अपने नजदीकी संत श्री आशारामजी आश्रम या समिति के सेवाकेंद्र से प्राप्त कर
सकते हैं |
स्त्रोत – लोककल्याण सेतु – सितम्बर – २०१६ से
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