आप बीमार न हों तो अच्छा है लेकिन बीमार हों और कोई औषधि लें तो दायें हाथ में
औषधि ले के २१ बार ‘ॐ नमो नारायणाय’ जपकर ही लें | और बायाँ स्वर चलता हो उस समय
औषधि लेने से ज्यादा फायदा होता है | वृद्धों को तो ऐसा ख़ास करना चाहिए |
हम तो
चाहते हैं कि आप भोजन को भी औषधि बनाकर खाओ, जल भी पियो तो उसे औषध बनाकर पियो |
भोजन करने या पानी पीने से पहले ‘ॐ नमो नारायणाय....’ २१ बार जपने से दोनों काम हो
गये – भगवान की भक्ति की भक्ति हो गयी और औषधि भी बन गयी | भोजन दायाँ स्वर चलता
हो तभी या उसे चालू करके करना चाहिए | इससे विशेष लाभ होता है |
स्रोत – ऋषिप्रसाद – सितम्बर २०१६ से
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