जो धन चाहते हैं, उनको दीपावली की दिन यह मंत्र जपना चाहिए :
ॐ नमो भाग्यलक्ष्म्यै च विद्महे |
अष्टलक्ष्म्यै च धीमहि | तन्नो लक्ष्मी: प्रचोदयात् |
स्थिर लग्न में, स्थिर मुहूर्त में जप धन को स्थिर करता है | दिवाली की रात
लक्ष्मीप्राप्ति के लिए स्थिर लग्न माना गया है | लक्ष्मीप्राप्ति के लिए जापक को
पश्चिम की तरह मूँह करके बैठना चाहिए | पश्चिमे च धनागम: |
तेल का दीपक व धूपबत्ती लक्ष्मीजी की बायीं ओर, घी का दीपक दायीं ओर एवं
नैवेद्य आगे रखा जाता है |
लक्ष्मीजी को तुलसी, मदार ( आक ) या धुतरे का फुल नहीं
चढ़ाना चाहिए, नहीं तो हानि होती है |
स्त्रोत – ऋषिप्रसाद – अक्टूबर २०१६ से
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