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Tuesday, October 25, 2016

पंचगव्य घी

यह उन्माद, अपस्मार, मानसिक अवसाद आदि मानसिक व्याधियों में विशेष हितकर है | क्षय, दमा, खाँसी, धातुक्षीणता, जीर्णज्वर, रक्ताल्पता तथा त्वचाविकारों में लाभदायक है |

ये सभी नजदीकी संत श्री आशारामजी आश्रम या समिति के सेवाकेंद्र पर उपलब्ध  है |



स्त्रोत – लोककल्याण सेतु – आक्टोबर २०१६ से    

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