यदि रात्रि को बुरे विचार आते हैं या स्वप्नदोष होता है तो
तकिये पर अपनी माँ का नाम केवल ऊँगली से (स्याही से नहीं) लिखकर सोयें |
अगर
कामविकार से बचना है, कामकेंद्र को रूपांतरित करना है तो राम-राम..... शिव-शिव....
हनुमान..... ॐ अर्यमायै नम: .... इस प्रकार रोज सुमिरन करने से काम ‘राम’ में बदल
जायेगा | प्राणायाम और गुरुमंत्र जप भी इसमें बड़ी मदद करेंगे |
ऋषिप्रसाद – मार्च २०१९ से
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