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Sunday, February 9, 2020

पुण्यदायी तिथियाँ



६ मार्च : आमलकी एकादशी (व्रत करके आँवले के वृक्ष के पास रात्रि – जागरण, उसकी १०८ या 
२८ परिक्रमा करनेवाला सब पापों से छूट जाता है और १००० गोदान का फल प्राप्त करता है |)

९ मार्च : होलिका दहन (रात्रि – जागरण, जप, मौन और ध्यान बहुत ही फलदायी होता है |)

१४ मार्च : षडशीति संक्रांति (पुण्यकाल: दोपहर ११:५५ से शाम ६:१९ तक) (ध्यान, जप व पुण्यकर्म का फल ८६,००० गुना होता है | - पद्म पुराण )

१५ मार्च : रविवारी सप्तमी ( सूर्योदय से १६ मार्च प्रात: ३:२० तक )


१६ मार्च : भगवत्पाद साँई श्री लीलाशाहजी महाराज का प्राकट्य दिवस

२० मार्च : पापमोचनी एकादशी (व्रत करने पर पापराशि का विनाश हो जाता है |)


ऋषिप्रसाद – फरवरी २०२० से  

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