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Tuesday, November 10, 2020

सर्व नेत्ररोगनिवारक, मेधा व दृष्टि शक्तिवर्धक ‘त्रिफला रसायन कल्प’

 

त्रिफला रसायन कल्प त्रिदोषशामक, इन्द्रिय-बलवर्धक विशेषत: नेत्रों के लिए हितकर, वृधावस्था को रोकनेवाला व मेधाशक्ति बढानेवाला है | इसके सेवन से नेत्रज्योति में आश्चर्यकारक वृधि होती है | दृष्टिमांद्य, रतौंधी, मोतियाबिंद, काँचबिंद आदि नेत्र्रोगों से रक्षा होती है | बाल काले, घने व मजबूत बनते हैं | ४० दिन तक विधियुक्त सेवन करने इ स्मृति, बुद्धि, बल व वीर्य में वृधि होती है | ६० दिन तक सेवन करने से यह विशेष प्रभाव दिखाता है | जगजाहिर है कि इस प्रयोग से पूज्य बापूजी को अद्भुत लाभ हुआ है, चश्मा उतर दिया गया है |

सेवन विधि : ११-११ ग्राम सुबह -शाम गुनगुने पानी से लें ( बच्चों हेतु मात्रा : ६-६ ग्राम ) |

दिन में केवल एक बार सात्विक, सुपाच्य भोजन करें | इन दिनों में भोजन में नमक कम हो तो अच्छा है | साधारण नमक की जगह सेंधा नमक का उपयोग विशेष लाभदायक है | सुबह-शाम गाय का दूध ले सकते हैं | दूध व रसायन के सेवन में दो – ढाई घंटे का अंतर रखना आवश्यक है | कल्प के दिनों में  खट्टे, तले हुए, मिर्च-म्सालेयुक्त व पचने में भारी पदार्थो का सेवन निषिद्ध है | इन दिनों में केवल दूध-चावल ( विशेषकर साठी के चावल), दूध-दलिया अथवा दूध-रोटी का सेवन अधिक हितकारी है |

इस प्रयोग के बाद ४० दिन तक मामरा बादाम का उपयोग विशेष लाभदायी होगा | कल्प के दिनों में नेत्रबिंदु का प्रयोग अवश्य करें |

प्राप्ति-स्थान : ‘त्रिफला रसायन कल्प’ विशेषकर अहमदाबाद, सूरत, करोलबाग- दिल्ली, गोरेगाँव – मुंबई  आदि मुख्य आश्रमों में मिल सकेगा |


ऋषिप्रसाद – नवम्बर २०२० से


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