गुरुपुष्यामृत योग :-
पुष्टिप्रदायक पुष्य नक्षत्र का वारों में श्रेष्ट बृहस्पतिवार (गुरुवार ) से योग होने पर यह अति दुर्लभ " गुरुपुष्यामृत योग' कहलाता है । ' सर्वसिद्धिकरः पुष्यः । ' इस शास्त्रवचन के अनुसार पुष्य नक्षत्र सर्वसिद्धिकर है । शुभ, मांगलिक कर्मों के संपादनार्थ गुरुपुष्यामृत योग वरदान सिद्ध होता है । व्यापारिक कार्यों के लिए तो यह विशेष लाभदायी माना गया है । इस योग में किया गया जप , ध्यान, दान, पुण्य महाफलदायी होता है परंतु पुष्य में विवाह व उससे संबंधित सभी मांगलिक कार्य वर्जित हैं ।
इस वर्ष इस योग के दिनांक व समय :-
२२ जून २०१२ ( प्रातः ४-१७ से सूर्योदय तक)
१९ जुलाई २०१२ ( सुबह १०-४६ से २० जुलाई सूर्योदय तक )
१६ अगस्त २०१२ (सूर्योदय से शाम ७-२२ तक )
रविपुष्यामृत योग :-
रविवार के साथ पुष्य नक्षत्र का संयोग " रविपुष्यामृत योग " कहलाता है । यह योग मंत्रसिद्धि और औषधि - प्रयोग के लिए विशेष फलदायी है ।
इस वर्ष इस योग के दिनांक व समय :-
४ मार्च २०१२ (रात्रि १२-०1 से ५ मार्च सूर्योदय तक )
१ अप्रैल २०१२ ( सुबह ९-१२ से सूर्योदय तक )
२९ अप्रैल २०१२ ( सूर्योदय से शाम ५-४३ तक )
२ दिसम्बर २०१२ (रात्रि २-१६ से ३ दिसम्बर सूर्योदय तक)
३० दिसम्बर २०१२ (सुबह ८-०७ से ३१ दिसम्बर सूर्योदय तक )
पुष्टिप्रदायक पुष्य नक्षत्र का वारों में श्रेष्ट बृहस्पतिवार (गुरुवार ) से योग होने पर यह अति दुर्लभ " गुरुपुष्यामृत योग' कहलाता है । ' सर्वसिद्धिकरः पुष्यः । ' इस शास्त्रवचन के अनुसार पुष्य नक्षत्र सर्वसिद्धिकर है । शुभ, मांगलिक कर्मों के संपादनार्थ गुरुपुष्यामृत योग वरदान सिद्ध होता है । व्यापारिक कार्यों के लिए तो यह विशेष लाभदायी माना गया है । इस योग में किया गया जप , ध्यान, दान, पुण्य महाफलदायी होता है परंतु पुष्य में विवाह व उससे संबंधित सभी मांगलिक कार्य वर्जित हैं ।
इस वर्ष इस योग के दिनांक व समय :-
२२ जून २०१२ ( प्रातः ४-१७ से सूर्योदय तक)
१९ जुलाई २०१२ ( सुबह १०-४६ से २० जुलाई सूर्योदय तक )
१६ अगस्त २०१२ (सूर्योदय से शाम ७-२२ तक )
रविपुष्यामृत योग :-
रविवार के साथ पुष्य नक्षत्र का संयोग " रविपुष्यामृत योग " कहलाता है । यह योग मंत्रसिद्धि और औषधि - प्रयोग के लिए विशेष फलदायी है ।
इस वर्ष इस योग के दिनांक व समय :-
४ मार्च २०१२ (रात्रि १२-०1 से ५ मार्च सूर्योदय तक )
१ अप्रैल २०१२ ( सुबह ९-१२ से सूर्योदय तक )
२९ अप्रैल २०१२ ( सूर्योदय से शाम ५-४३ तक )
२ दिसम्बर २०१२ (रात्रि २-१६ से ३ दिसम्बर सूर्योदय तक)
३० दिसम्बर २०१२ (सुबह ८-०७ से ३१ दिसम्बर सूर्योदय तक )
( कर्मयोग दैनंदिनी २०१२ से )
Special holy day for Japa (GuruPushyamrit and RaviPushyamrit Yog)
GuruPushyamrit Yog
The extremely rare 'GuruPushyamrit Yog' occurs if the supreme Thursday coincides with nourishing days of Pushya Constellation. "Sarvasiddhikarh Pushyah". As per this religious quote, Pushya constellation is the bestow-er of all accomplishments. For smooth completion of deeds which are holy and for general welfare, GuruPushyamrit Yog proves to be a blessing. It is considered especially beneficial for business activities. All Japa, meditation, donations and other good deeds are considered to have supreme benefits. But marriage and all related Manglik activities are forbidden.
Dates and times for this Yog this year:
22 June 2012 (Morning 4.17 till sunrise)
19 July 2012 (Morning 10.46 till sunrise of 20 July)
16 August 2012 (Morning till evening 7.22)
RaviPushyamrit Yog
The coincidence of Sunday with Pushya constellation is named as "RaviPushyamrit Yog". This Yog is specially beneficial for Mantra accomplishment and application of medicine.
Dates and times for this Yog this year:
4 March 2012 (Night 12.01 till 5 March sunrise)
1 April 2012 (Morning 9.12 till sunrise)
29 April 2012 (Morning till evening 5.43)
2 December 2012 (Night 2.46 till sunrise of 3 December)
30 December 2012 (Morning 8.07 till sunrise of 31 December)
Listen Audio
GuruPushyamrit Yog
The extremely rare 'GuruPushyamrit Yog' occurs if the supreme Thursday coincides with nourishing days of Pushya Constellation. "Sarvasiddhikarh Pushyah". As per this religious quote, Pushya constellation is the bestow-er of all accomplishments. For smooth completion of deeds which are holy and for general welfare, GuruPushyamrit Yog proves to be a blessing. It is considered especially beneficial for business activities. All Japa, meditation, donations and other good deeds are considered to have supreme benefits. But marriage and all related Manglik activities are forbidden.
Dates and times for this Yog this year:
22 June 2012 (Morning 4.17 till sunrise)
19 July 2012 (Morning 10.46 till sunrise of 20 July)
16 August 2012 (Morning till evening 7.22)
RaviPushyamrit Yog
The coincidence of Sunday with Pushya constellation is named as "RaviPushyamrit Yog". This Yog is specially beneficial for Mantra accomplishment and application of medicine.
Dates and times for this Yog this year:
4 March 2012 (Night 12.01 till 5 March sunrise)
1 April 2012 (Morning 9.12 till sunrise)
29 April 2012 (Morning till evening 5.43)
2 December 2012 (Night 2.46 till sunrise of 3 December)
30 December 2012 (Morning 8.07 till sunrise of 31 December)
Listen Audio
(Extract from Karmayog Dainandini 2012)
No comments:
Post a Comment