सुबह उठकर जो " ॐ ब्रह्मणे नमः " " ॐ ब्रह्मणे नमः" गुरु साक्षात् ब्रह्म स्वरुप है | गुरु का स्मरण करते हुए " ॐ ब्रह्मणे नमः " ऐसा जो मन में बोलता है और वंदन करता है वो समस्त तीर्थो में स्नान करने और समस्त यज्ञो में भाग लेने का पुण्य प्राप्त करता है |
Waking up in the morning :-
On waking up in the morning, one who recites mentally as follows and pays obeisance while remembering Guru,
"AUM BRAHMANE NAMAH", "AUM BRAHMANE NAMAH", Guru is living embodiment of Brahma
,he obtains the virtue of bathing in all the holy places and participating in all Yagnas.
- श्री सुरेशानंदजी Nodia-Delhi 6th Feb'2012
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