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Thursday, January 5, 2017

बुद्धिबल बढाने का अचूक उपाय

बुद्धि बढाने के लिए लोग क्या – क्या नहीं करते, क्या – क्या दवाइयाँ व टॉनिक नहीं खाते परंतु लाभ नहीं होता |  पूज्य बापूजी सनातन संस्कृति के अनमोल खजाने से अचूक युक्ति बता रहें हैं : “बुद्धिबल बढाने के लिए ‘यजुर्वेद’ (३२.१४) में एक मंत्र आता है :

यां मेधां देवगणा: पितरश्चोपासते |
तया मामद्य मेधयाग्ने मेधाविनं कुरु स्वाहा ||

‘हे मेधावी परमात्मा ! जिस मेधा – बुद्धि की प्रार्थना, उपासना और याचना हमारे देवगण, ऋषिगण तथा पितृगण सर्वदा से करते चले आये हैं, वही मेधा, वही बुद्धि हमें प्रदान कीजिये |’

ऐसी प्रार्थना कर पहली ऊँगली (तर्जनी) अँगूठे के नीचे और तीन ऊँगलीयाँ सीधी करके पालथी मारकर बैठ जाओ | ॐकार का गुंजन करो | ललाट पर तिलक करने की जगह पर थोड़ी देर अनामिका ऊँगली घिसो | वहाँ ॐकार या भगवान को निहारने की भावना करो | बायें नथुने से गहरा श्वास लो, भीतर रोककर भगवन्नाम का सुमिरन करो और दायें नथुने से श्वास छोड़ दो | अब दायें से गहरा श्वास लो, थोडा रोके रखो और जप करो : हरि ॐ.....हरि ॐ.....शांति.... ‘जो पाप-ताप हर ले वह मेरा हरि है | ‘ॐ’ मतलब अखिल ब्रह्मांड का समर्थ प्रभु ! उसमें मेरी बुद्धि शांत होकर सर्वगुण-सम्पन्न होगी | हे प्रभु ! हमारी बुद्धि ऋषि, मुनि, पितर, देव जैसा चाहते हैं वैसी बने | हरि ॐ .... हरि ॐ....’ मन में ऐसा चिंतन करो | बायें नथुने श्वास बाहर निकाल दो | ऐसे एक – दो प्राणायाम और करो | फिर थोडा समय शांत बैठे रहो |”



स्त्रोत – ऋषि प्रसाद – जनवरी – २०१७ से 

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