चाहे मूत्राशय में
पथरी हो, चाहे गुद्दे में हो, चाहे पित्ताशय में हो – कहीं भी
पथरी हो, भूलकर भी ऑपरेशन नहीं करना | पत्थरचट्टा पोधे के २
-२ पत्ते रोज खाओ, इससे कुछ ही दिनों में पथरी चट हो जाती है | यह पथरी के लिए
अक्सीर इलाज है | जिनको मैं यह प्रयोग बताया और उन्होंने किया तो उनकी पथरी निकल
गयी | उन्होंने मेरे पास आ के धन्यवाद दिया, खुसी व्यक्त की
| - पूज्य बापूजी
सुबह खाली पेट खाये
तो आच्छा है | कहीं सुजन हो, छोटा – मोटा घुटने का
दर्द हो, मोच आ रही हो तो इसके पत्ते को रगड़ के र्स निकालकर लगाने
से लाभ होता है, और भी छोटे- मोटे बहुत सारे फायदे होते है |
पत्थरचट्टा का १
पत्ता बीच में से चीर के २ टुकड़े करो | चिरा हुआ भाग जमीन में गाड़ दो तो उसमे से
दुसरे पौधे हो जायेंगे |
(गुर्दे – संबंधी
रोगों की यह श्रेष्ठ गुणकारी औषधि है | रुक-रूककर पेशाब होने की समस्या में
प्रतिदिन इसके २-३ पत्तों का सेवन करने से पेशाब खुल के होने लगता है |)
ऋषिप्रसाद
– सितम्बर २०२० से
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