अब सर्दियों के मौसम के लिए गाजर का हलवा है | यह वायुशामक, बलप्रदायक,
रक्त व नेत्रज्योति वर्धक हैं | गाजर में लौह तत्त्व और विटामिन ‘ए ’
तो है लेकिन जो वायु ८० प्रकार के रोग पैदा करती है उसको भी गाजर का हलवा मार
भगाता है |गैस की तकलीफ से रात को दो – ढाई बजे नींद खुल जाती है | गाजर का हलवा
उस तकलीफ को भगाता है तो पाचन भी अच्छा होता है, नींद भी अच्छी आती है |
विधि : गाजर में से बीच का पिला हिस्सा और ऊपर से थोड़े हलके – फुलके छिलके
निकाल दो | बचे भाग को कद्दूकश कर घी में सेंक लो | इसमें गाजर की आधा मात्रा में मिश्री
मिलाकर धीमी आंच पर पकाओ | पकने पर इलायची व थोड़ी-सी खसखस डाल दें | (हलवा बनाने
में दूध का उपयोग न करें |)
ऋषिप्रसाद – अक्टूबर २०२० से
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