एक काला धागा रखे पूजा की जगह पर और हनुमानजी का स्मरण करो .... उसमे बापूजी का चित्र वाला लौकेट डाल दें ..... एक तरफ ओंकार और एक तरफ बापूजी का चित्र या जिनको भी मानते हो हनुमानजी का, रामजी का या गुरु का लौकेट डाल दिया .... पहले हनुमान चालीसा का पाठ कर लिया , और फिर उस धागे की तरफ देखते हुए ...... हनुमानजी का स्मरण करते हुए १०८ बार ये मंत्र बोले ....."
ॐ ऐं ह्रीं हनुमते रामदुताये नमः । " ... और बाद में हनुमानजी का स्मरण करते हुए बच्चे के गले में डाल दें ....बस ।
Listen Audio- श्री सुरेशानंदजी Etah 4/12/2011
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