मासिक के दिनों में जो माता..बहन ... अपने हाथ से आटा गूंधती है... भोजन बनाती है .... बेटे को, पति को ....परिवार को भोजन बनाके खिलाती है .....वो उनकी बुद्धि को कुंठित करती है । इन से उनकी बुद्धि का विकास रुक जाता है .... डरपोक हो जायेगे ....दब्बू हो जायेंगे । मासिक के दिनों में अपने हाथ से भोजन बनाकर नहीं खिलाना चाहिए । मासिक धर्म में मंदिर में भी नहीं जाना चाहिए .....गुरु के पास भी नहीं जाना चाहिए ... और पति को -बच्चों को -पुत्र को स्पर्श नहीं होना चाहिए ....भले बच्चे तेजस्वी हो । अभी वैज्ञानिकों ने प्रयोग किया मासिक धर्मवाली महिलाओं ने शक्कर की फैक्ट्री में काम किया तो शक्कर की quality पर भी असर पड़ा ... वस्तु पर भी असर पड़ता हैं और व्यक्ति पर भी ।
Listen Audio- Pujya Bapuji Etah 4/12/2011
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