अपने भाग्य की रेखा बदलनी हो... अपने मन को मधुमय करना हो तो संध्या के समय १० से १५ मिनट ...चाहे सुबह की , शाम की या दोपहर की हो या दो या तीनों समय की संध्या को अर्थिंग न मिले ऐसा आसन बीचा कर ओमकार का गुंजन करें .." मेटत कठिन कुअंक भाल के "
-पूज्य बापूजी मुंबई 31/12/2011
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