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Tuesday, January 10, 2012

प्रायश्चित हेतु


उपनिषद में आता है कि अगर किसी से कोई भूल हो गयी हो .. तो वो व्यक्ति संध्या के समय पूर्व दिशा की और मुंह कर के... खड़े हो कर " नमो नारायणाय " जप करे तो वो अपने किये हुए पाप से मुक्त हो जाता है उसका प्रायश्चित हो जाता है कोई भी संध्या को करे चाहे सुबह के या शाम की


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-श्री सुरेशानंदजी मुंबई 31/12/2011

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