पीपल सात्त्विक वृक्ष
है | पीपल देव की पूजा से लाभ होता है, उनकी सात्त्विक तरंगे मिलती हैं | हमें भी
बचपन में पीपल की पूजा करते थे | इसके पत्तों को छूकर आनेवाली हवा चौबीसों घंटे
आल्हाद और आरोग्य प्रदान करती है |
बिना नहाये पीपल को स्पर्श करते हैं तो नहाने
जितनी सात्त्विकता, सज्जनता चित्त में आ जाती है और नहा – धोकर अगर स्पर्श करते
हैं तो दुगुनी आती है | बालकों के लिए पीपल का स्पर्श बुद्धिवर्धक है | बालकों को
इसका विशेषरूप से लाभ लेना चाहिए |
रविवार को पीपल का स्पर्श न करें |
पीपल के
वृक्ष से प्राप्त होनेवाले ऋण आयन, धन ऊर्जा स्वास्थ्यप्रद हैं |
अत: पीपल के पेड़
खूब लगाओ | अगर पीपल घर या सोसायटी की पश्चिम दिशा में हो तो अनेक गुना लाभकारी है
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ऋषिप्रसाद
– मई २०१९ से
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