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Sunday, May 12, 2019

विद्यालाभ के लिए मंत्र


‘ॐ ऐं ह्रीं श्रीं क्लीं वाग्वादिनि सरस्वति मम जिव्हाग्रे वद वद ॐ ऐं ह्रीं श्रीं क्लीं नम: स्वाहा |’ 

यह मंत्र १९ जून २०१९ को दोपहर १:३० से रात्रि ११:४५ बजे तक |

अथवा 

१६ जुलाई २०१९ को रात्रि ८:४३ से रात्रि ११:४५ बजे तक 

१०८ बार जपें और फिर मंत्रजप के बाद उसी दिन रात्रि ११ से १२ बजे के बीच जीभ पर लाल चंदन से ‘ह्रीं’ मंत्र लिख दें | जिसकी जीभ पर यह मंत्र इस विधि से लिखा जायेगा उसे विद्यालाभ व अदभुत विद्वत्ता की प्राप्ति होगी |

ध्यान दें : गुजरात व महाराष्ट्र में यह योग केवल १६ जुलाई को ही है |

ऋषिप्रसाद –मई २०१९ से

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