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Sunday, May 12, 2019

मल-मूत्र त्यागने संबंधी कुछ जरूरी बातें


क्या करें
१] प्रात: ५ से ७ बजे के बीच जीवनीशक्ति बड़ी आँतों में होती है अत: उस समय मल-त्याग हेतु जरुर जायें |
२] शौच के समय टोपी या कपड़े से सिर व कान ढककर रखने चाहिए | उस समय दाँत भींचकर रखने से दाँत मजबूत बनते हैं |
३] शौच व पेशाब के समय मुँह से श्वास लेने से श्वासनली में हानिकारक कीटाणु प्रवेश करते हैं अत: श्वास नाक से ही लें |
४] शौच के बाद स्नान तथा पेशाब के बाद हाथ-पैर व मुँह धोकर, कुल्ला करके शुद्धि करनी चाहिए | शौच के समय पहने हुए कपड़े भी धो लेने चाहिए |

क्या न करें
१] मल-मूत्र का वेग आने पर उसे रोकना नहीं चाहिए | मल-आवेग रोकने से सिरदर्द, पिंडलियों में ऐंठन, सर्दी-जुकाम, अफरा आदि तथा मूत्र-आवेग रोकने से मूत्राशय, गुदा, नाभि-स्थान, अंडकोष, शिश्नेन्द्रिय व सिर में दर्द आदि समस्याएँ होती हैं |
२] मल-मूत्र के वेग को रोककर या मल त्यागने के तुरंत बाद भोजन न लें |
३] वेग न आने पर जोर लगाकर मल-त्याग करने से बवासीर की समस्या हो सकती है | अत: मल-त्याग के समय जोर न लगाये |
४] पेशाब करने के तुरंत बाद पानी न पियें, न ही पानी पीने के तुरंत बाद पेशाब करें |

ऋषिप्रसाद – मई २०१९ से

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