२६ मई : रविवारी सप्तमी (सूर्योदय से सुबह ८:५० तक )
३० मई : अपरा एकादशी ( व्रत से पुण्यप्राप्ति एवं बड़े-बड़े पातकों का नाश )
३ जून : सोमवती अमावस्या (सूर्योदय से दोपहर ३:३२ तक) (तुलसी की १०८ परिक्रमा
करने से दरिद्रता – नाश )
६ जून : गुरुपुष्यामृत योग (रात्रि ८:२९ से ७ जून सूर्योदय तक )
९ जून : रविवारी सप्तमी ( सूर्योदय से रात्रि
१२:३७ तक)
१३ जून : निर्जला एकादशी (व्रत से अधिक मास सहित २६ एकादशियों के व्रतों का फल; स्नान, दान, जप, होम आदि अक्षय फलदायी )
१५ जून : षडशीती संक्रांति (पुण्यकाल :शाम
५:३६ से सूर्यास्त तक ) (ध्यान, जप व पुण्यकर्म का ८६,००० गुना फल )
१९ जून : विद्यालाभ योग (गुजरात-महाराष्ट्र
छोडकर भारतभर में)
ऋषिप्रसाद
– मई २०१९ से
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