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Thursday, February 7, 2019

पुण्यदायी तिथियाँ



१५ मार्च : षडशीति संक्रांति (पुण्यकाल:सूर्योदय से दोपहर १२-४८ तक ) (ध्यान, जप व पुण्यकर्म का ८६,००० गुना फल )

१७ मार्च : आमलकी एकादशी (व्रत करके आँवले के वृक्ष के पास रात्रि-जागरण, उसकी १०८ या २८ परिक्रमा से सब पापों से मुक्ति और १००० गोदान का फल), रविपुष्यामृत योग (सूर्योदय से रात्रि १२-१२ तक )

२० मार्च : होलिका दहन (रात्रि-जागरण, जप, मौन और ध्यान बहुत ही लाभदायी )

ऋषिप्रसाद – फरवरी २०१९ से

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