मोबाइल फोन से सिरदर्द, आँखों की जलन और बहुत सारी गडबडियाँ
पायी गयी हैं | अत: मोबाइल का उपयोग कम करें | जिनको सिरदर्द हो या आँखों में जलन
हो, मुँह में छाले हों उनको पित्त की तकलीफ है | वे सुबह मंजन करते समय एक कटोरी
में ठंडा पानी लें, उसका एक कुल्ला मुँह में रखें, बाकी के पानी में एक-एक आँख
डुबा के आधा-आधा, एक-एक मिनट मिचकाये फिर मुँह का पानी बाहर कुल्ला कर दें तो
मस्तक में चढ़ी हुई गर्मी आँखों व दाँतों के द्वारा भी नीचे आयेगी | सुबह सूर्योदय
से पूर्व स्नान करें और सर्वप्रथम अपने सिर पर पानी डालें | पहले पैरों पर पानी
डालने से पैरों की गर्मी सिर पर चढती हैं |
शयनं पित्तनाशाय..... गहरी नींद पित्त को उखाड़ फेंकती है |
रात को नींद नहीं आती है तो गुनगुने पानी में थोड़ी मिश्री डाल के सोने के आधा-पौना
घंटा पहले पी लो, फिर थोड़ा घूम-फिर के सो जाओ | सोते समय श्वास अंदर जाय तो ‘ॐ;,
बाहर आये तो ‘१’..... श्वास अंदर जाय तो ‘शांति’, बाहर आये तो ‘२’..... – ऐसी
मानसिक गिनती करो | अथवा तो अच्छी नींद आने का मंत्र जपो | इससे नींद अच्छी आयेगी
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लोककल्याणसेतु –
अप्रैल- मई २०२० से
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