प्रदोष व्रत यदि मंगलवार के दिन पड़े तो उसे ‘भौम
प्रदोष व्रत’ कहते हैं | मंगलदेव ऋणहर्ता होने से कर्ज-निवारण के लिए यह व्रत
विशेष फलदायी है | भौम प्रदोष व्रत के दिन संध्या के समय यदि भगवान शिव एवं
सद्गुरुदेव का पूजन करें तो उनकी कृपा से जल्दी कर्ज से मुक्त हो जाते हैं | पूजा
करते समय यह मंत्र बोले :
मृत्युंजय महादेव त्राहि मां शरणागतम ||
जन्ममृत्युजराव्याधिपीडितं कर्मबन्धनै: ||
इस दैवी सहायता के साथ स्वयं भी थोडा पुरुषार्थ करें
|
(इस वर्ष ‘भौम प्रदोष व्रत’ ५ व् १९ मई तथा १५ व २९
सितम्बर २०२० को है |)
ऋषिप्रसाद – मई २०२० से
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