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Sunday, May 31, 2020

स्वास्थ्य- हितकारी सरल कुंजियाँ



१)     पाचनशक्ति की कमजोरी : सौंफ और जीरा समान मात्रा में लेकर सेंक के रखो | भोजन के बाद चबा के खाओ तो पाचनशक्ति तेज होगी |

२)     मिर्गी : किसीको मिर्गी की तकलीफ है तो २ चम्मच प्याज का रस पिलाकर ऊपर से आधा चम्मच भुना हुआ जीरा खिला दो | मिर्गी की बीमारी में ५ – १० दिन में लाभ होगा |

३)     सौंदर्य व निखार हेतु : मुलतानी मिटटी और आलू का रस मिलाकर चेहरे पर लगाओ, चेहरे में सौंदर्य और निखार आयेगा |

४)     मसूड़ों की तकलीफ : जिनके मसूड़ों से खून बहता है वे मुँह में ५ से १५ बूँदनींबू का रस डाल के मसूड़ों को घिंसे | मसूड़ों से खून आना बंद हो जायेगा, दाँत मजबूत हो जायेंगे |

५)     मुँह की दुर्गंध : नमक और काली मिर्च मिला के कभी-कभी मंजन करें तो मिंह में से दुर्गंध चली जायेगी |

६)     फोड़ें – फुंसी में : फोड़ें – फुंसी निकले हैं, उनमें सफेद –सफेद मवाद है और लाल-लाल हैं तो यह पित्त और कफ का प्रभाव है | उनको नोंचकर ऊपर से सरसों का तेल लगा दें और घृतकुमारी का सेवन करें तो कफ और पित्त सुबह शौच के द्वारा निकल जायेगा | फोड़ें – फुंसी शांत हो जायेंगे |

७)     गर्मी से रक्षा हेतु पलाश शरबत : गर्मी के दिनों में मिल सकें तो पलाश के फुल भिगो दो | उनको शरीर पर रगड़ों और पलाश के फूलों में शक्कर या मिश्री व पानी मिला के शरबत बनाओ | तुम दुसरे कैसे भी शरबत पीते हो वे इतनी गर्मी नहीं हरते जितना पलाश के फूलों का शरबत गर्मी को हरता है |

(पलाश के फूलों से बना शरवत एवं घृतकुमारी रस व मुलतानी मिटटी आश्रम में व समितियों के सेवाकेन्द्रों से प्राप्त हो सकते हैं | )

लोककल्याणसेतु – अप्रैल- मई २०२० से

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