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Friday, May 1, 2020

पुण्यदायी तिथियाँ




३० अप्रैल : गुरुपुष्यामृत योग (सूर्योदय से रात्रि १:५३ तक )

४ मई       : त्रिस्पृशा-मोहिनी एकादशी (उपवास से १००० एकादशी व्रतों का फल )

५ से ७ मई : वैशाख के इन अंतिम तीन दिनों के प्रात: पुण्यस्नान से पुरे वैशाख मास-स्नान का फल

१४ मई : विष्णुपदी संक्रांति (पुण्यकाल : सुबह १०:५३ से शाम: ५:१७ तक) (ध्यान, जप व पुण्यकर्म का लाख गुना फल )

१८ मई : अपरा एकादशी (महापापों का नाश )

२६ मई : मंगलवारी चतुर्थी (सूर्योदय से रात्रि १:०९ तक )

२८ मई : गुरुपुष्यामृत योग (सूर्योदय से सुबह ७:२७ तक) (ध्यान, जप, दान, पुण्य महाफलदायी )

२ जून : निर्जला एकादशी (व्रत से अधिक मास सहित २६ एकादशियों के व्रत का फल; स्नान, दान, जप, होम आदि अक्षय फलदायी )

८ जून  : विद्यालाभ योग (गुजरात-महाराष्ट्र छोडकर भारतभर में )

९ जून : मंगलवारी चतुर्थी (सूर्योदय से रात्रि ७:३९ )

१४ जून : षडशीति संक्रांति (पुण्यकाल : दोपहर १२:३९ से सूर्यास्त ) (ध्यान, जप व पुण्यकर्म का ८६००० गुना फल )

१७ जून : योगिनी एकादशी (महापापों को शांत कर महान पुण्य देनेवाला तथा ८८००० ब्राह्मणों को भोजन कराने का फल प्रदान करनेवाला व्रत )

२० जून : दक्षिणायन आरम्भ (पुण्यकाल : सूर्योदय से सूर्यास्त ) (ध्यान, जप व पुण्यकर्म कोटि-कोटि गुना अधिक व अक्षय फलदायी )

२१ जून : सूर्यग्रहण

ऋषिप्रसाद – मई २०२० से
    

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