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Friday, May 1, 2020

विद्यालाभ व अद्भुत विद्वत्ता की प्राप्ति का उपाय



‘ॐ ऐं ह्रीं श्रीं क्लीं वाग्वादिनी सरस्वति मम जिह्वाग्रे वद वद  ॐ ऐं ह्रीं श्रीं क्लीं नम: स्वाहा |’ इस मंत्र को इस वर्ष गुजरात और महाराष्ट्र छोडकर भारतभर के लोग ८ जून को दोपहर १:४५ से रात्रि ११:४५ बजे तक 

तथा केवल  गुजरात और महाराष्ट्र के लोग ५ जुलाई को रात्रि ११:०२ से ११:४५ बजे तक या ६ जुलाई को प्रात: ३ बजे से रात्रि ११:१२ तक १०८ बार जप लें और फिर मंत्रजप के बाद उसी दिन रात्रि ११ से १२ बजे के बीच जीभ पर लाल चंदन से ‘ह्रीं’ मंत्र लिख दें | 

जिसकी जीभ पर यह मंत्र इस विधि से लिखा जायेगा उसे विद्यालाभ व अद्भुत विद्वत्ता की प्राप्ति होगी |

ऋषिप्रसाद – मई २०२० से

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