२१ दिसम्बर – बुधवारी
अष्टमी ( सूर्योदय से रात्रि ८ :१९ तक )
२४ दिसम्बर – सफला
एकादशी ( व्रत से सभी कार्य सफल होते हैं | यह सुख, भोग और मोक्ष देनेवाली हैं |
इस रात को जागरण से हजारों वर्ष की तपस्या करने से भी अधिक फल मिलता है |)
२५ दिसम्बर – तुलसी पूजन
दिवस
स्त्रोत
– लोककल्याण सेतु – नवम्बर २०१६ से
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