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Monday, November 28, 2016

ज्ञान, वैराग्य व साधना में वृद्धि करनेवाला वीसीडी – संग्रह

कर्म में कुशलता, ज्ञान और वैराग्य, विवेक का आदर, चुप साधना, विवेक – वैराग्य

इनमें आप पायेंगे :
१] कर्मों के बंधन से छूटने का उपाय, २] मौत के भी से कैसे बचें ?, ३] सुखी जीवन के दो सूत्र, ४] ईश्वर की शरण कैसे जायें ? ५] क्या करने से विवेक – वैराग्य जगेगा ?    
  

वीसीडी – संग्रह का मूल्य : रु. १९० ( डाक खर्च सहित )

इस वीसीडी – संग्रह के साथ प्रसादरूप में पायें शरद पूनम की चाँदनी से पुष्ट हुए गुलाबजलयुक्त २ आयुर्वेदिक संतकृपा नेत्रबिंदु |

ये आप – अपने नजदीकी संत श्री आशारामजी आश्रम या समिति के सेवाकेंद्र से प्राप्त कर सकते हैं |

       स्त्रोत – लोककल्याण सेतु – नवम्बर २०१६ से


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