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Saturday, November 5, 2016

शुद्ध स्वर्णभस्मयुक्त – सुवर्णप्राश

सुवर्णप्राश बालकों के बौद्धिक, मानसिक तथा शारीरिक विकास के लिए अत्यंत उपयुक्त है | यह गोली आयु, शक्ति, मेधा, बुद्धि, कान्ति व जठराग्नि वर्धक तथा उत्तम गर्भपोषक है | 

गर्भवती महिला इसका सेवन करके निरोगी, तेजस्वी, मेधावी संतान को जन्म दे सकती है | यह एक प्रकार का आयुर्वेदिक टीका है जो बालकों की पोलियो, टी.बी., कॉलरा, न्यूमोनिया आदि भयानक बीमारियों से रक्षा करता है | विद्यार्थी भी धारणाशक्ति, स्मरणशक्ति तथा शारीरिक शक्ति बढाने के लिए इसका उपयोग कर सकते हैं | नवजात शिशु को जन्म से नियमित रोज सुवर्णप्राश देने से वह स्वस्थ रहता है  तथा अतिशय बुद्धिमान एवं श्रुतधर ( जो सुने वह याद रह जाय ) हो सकता है |

ये सभी संत श्री आशारामजी आश्रम व समितियों के सेवाकेंद्र पर उपलब्ध है |



स्त्रोत – ऋषिप्रसाद – जनवरी २०१६ से

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