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Wednesday, October 30, 2019

गौर वर्ण व ओजस्वी-तेजस्वी संतान हेतु


काश्यप ऋषि ने कहा है :
श्वेताया: श्वेत पुं वत्साया गो: क्षीरणे | (का.शा. : १९)

यदि गर्भवती माताएँ श्वेत रंग के बछड़ेवाली श्वेत गाय के दूध का चाँदी के पात्र में सेवन करें तो उनको दीर्घायु, गोरे तथा ओजस्वी, तेजस्वी व स्वस्थ पुत्र की प्राप्ति होती है |

राजस्थान की एक गोपालक संस्था द्वारा यह प्रयोग २५०० महिलाओं पर किया गया | सभीकी सही समय पर प्रसूति हुई | किसी भी महिला को सिजेरियन डिलीवरी (शल्यक्रिया द्वारा प्रसूति) नहीं करवानी पड़ी | सभीके शिशु ओजस्वी, तेजस्वी व स्वस्थ पैदा हुए |

लोककल्याण सेतु – अक्टूबर २०१९ से

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