ब्रह्मज्ञानी संत श्री आशारामजी बापू अपने सत्संगो
में सामान्य प्रसूति के लिए रामबाण प्रयोग बताते हैं : “सामान्य प्रसूति में यदि
कहीं बाधा जैसी लगे तो देशी गाय के गोबर का १०-१२ ग्राम ताजा रस निकालें, गुरुमंत्र का जप करके अथवा ‘नारायण....
नारायण.....’ जप करके गर्भवती महिला को पिला दें |
एक घंटे में प्रसूति नहीं हो तो
वापस पिला दें | सहजता से प्रसूति होगी | अगर प्रसव-पीड़ा समय पर शुरू नहीं हो रही
हो तो गर्भिणी ‘जम्भला... जम्भला....’ मंत्र का जप करे और पीड़ा शुरू होने पर उसे
गोबर का रस पिलायें तो सुखपूर्वक प्रसव होगा |’
लोककल्याण सेतु – अक्टूबर २०१९ से
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