२२ अगस्त : गणेश
चतुर्थी ( चन्द्र – दर्शन निषिद्ध,
चन्द्रास्त – रात्रि ९:४९) (‘ॐ गणपतये नम: |’ का जप करने और गुड़मिश्रित जल से
गणेशजी को स्नान कराने एवं दूर्वा व सिंदूर की आहुति देने से विघ्न-निवारण होआ है
तथा मेधाशक्ति बढ़ती है |)
२६ अगस्त :
बुधवारी अष्टमी ( सूर्योदय से सुबह १०:४० तक )
२९ अगस्त : पद्मा
एकादशी ( व्रत करने व महात्म्य पढने-सुनने से सब पापों से मुक्ति )
१ सितम्बर : महालय
श्राद्धारंभ ( श्राद्ग पक्ष : १ सितम्बर से १७ सितम्बर तक )
लोककल्याणसेतु – जुलाई २०२० से
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